बौद्धमय भारत बनाओं अभियान
के तत्वावधान में
दस दिवसीय विश्व शांति सन्देश पद यात्रा एवं धम्म चारिका

दिनांक:

14 अक्टूबर 2023 से 24 अक्टूबर 2023 तक

स्थान:

गोविषाण टीला (चैत्य मैदान) से शुरू होकर बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी के निवास स्थान सिविल लाइन 26 अलीपुर रोड दिल्ली पर सम्पन्न होगी।

बौद्धमय भारत बनाओं अभियान क्या है

बौद्धमय भारत बनाओं अभियान भारत में एवं विश्व में नैतिकता, भाईचारा, मानवता, शांति एवं बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के अनुसार धम्म स्थापित करना साथ ही बहुजन समाज के महामानव तथागत गौतम बुद्ध, चक्रवती महान सम्राट अशोक, संत कबीर , संत रविदास, संत गुरु नानक,संत चोखा मेला, संत तुकाराम, संत गुरु घासीदास, संत कवि भीमा भोई, महामानव ज्योतिबा फुले, महामानव सावित्रीबाई फुले, महामानव फातिमा शेख, महामानव गुरु नारायणा, महामानव छत्रपति साहू महाराज, महामानव पेरियार रामास्वामी नायकर, महामानव पेरियार ललई सिंह यादव, महामानव बिरसा मुंडा, महामावन गाडगे बाबा, महामानव देवनारायण, महामानव बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर, महामानव मान्यवर काशीराम साहब आदि बहुजन समाज में जन्मे हुए सभी संतों गुरुओं महामानवों के सामाजिक, धम्मिक, आर्थिक और राजनीतिक विचारों को जन-जन तक पहुंचाना साथ ही बहुजन समाज की सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक और राजनीतिक शक्ति को मजबूत कर बहुजन समाज के महामानवों के सपनों का भारत एवं विश्व बनाना, जिससे भारत के साथ-साथ पूरे विश्व में नैतिकता, भाईचारा, मानवता एवं शांति स्थापित हो सके, तथा भारत के साथ ही साथ पूरे विश्व में भी समानता, स्वतंत्रता, भाईचारा एवं न्याय का राज स्थापित हो सके। यानी बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी के सपनों का भारत एवं विश्व को पुनः स्थापित करने का अभियान है।

सामान्य प्रश्न

पद यात्रा एवं धम्म चारिका कहां से शुरू होगी और कौन - कौन से स्थान से होकर गुजरेगी।

बौद्धमय भारत बनाओं अभियान के तत्वाधान में 10 दिवसीय विश्व शांति संदेश पद यात्रा एवं धम्म चारिका दिनांक 14 अक्टूबर 2023 काशीपुर जिला - उधमसिंह नगर उत्तराखंड से शुरू होकर 24 अक्टूबर 2023 को 26 अलीपुर रोड दिल्ली विधानसभा सिविल लाइन बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी का निवास स्थान (बाबा साहब का अंतरराष्ट्रीय मेमोरियल) पर संपन्न होगी । यह यात्रा सम्राट अशोक कालीन प्राचीन बुध्द स्थल गोविषाण टीला (चैत्य मैदान) काशीपुर उधमसिंह नगर उत्तराखंड से शुरू होकर अलीगंज, पीपलसाना, मुरादाबाद, जौया, गजरौला, गढ़मुक्तेश्वर, हापुड, गाजियाबाद, मीत नगर दिल्ली से 26 अलीपुर रोड दिल्ली पहुंचेगी।

पद यात्रा एवं धम्म चारिका में शामिल होने वाले उपासकों एवं उपासिकाओं के नाम की सूची

पद यात्रा एवं धम्म चारिका में शामिल होने वाले धम्म उपासकों, एवं उपासिकाओं के नाम, शिक्षा, व्यवसाय, उम्र फ़ोटो, पता एवं कॉन्टेक्ट नम्बर

पद यात्रा एवं धम्म चारिका में आपकी भागीदारी से बहुजन समाज को कैसे मदद मिलेगी ?

पद यात्रा एवं धम्म चारिका में आपकी भागीदारी से बहुजन समाज में नैतिकता, समानता, स्वतंत्रता, भाईचारा एवं न्याय तथा विश्व में शांति स्थापित होगी । जिससे भारत देश के साथ-साथ पूरे विश्व में मानवतावादी व्यवस्था का माहौल बनेगा। जब पूरे विश्व में मानवतावादी व्यवस्था का माहौल बनेगा, तो पूरे विश्व के लोग अमानवीय व्यवस्था को खत्म कर मानवतावादी व्यवस्था को स्थापित करने के लिए बाध्य होंगे।

धम्म चारिका क्या है ?

आज से लगभग 2500 साल पहले तथागत गौतम बुद्ध ने धम्म चारिका की खोज की थी। धम्म चारिका का मतलब है एक लाइन में पैदल चलकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर भिक्खाटन करते हुवे एवं धम्म देशना देते हुवे पैदल - पैदल जाना। जो भी भिक्खु एवं श्रेष्ठ उपासक, उपासिका चारिका में शामिल होते है। उनको सामान्य उपासक एवं उपासिका भोजन दान देते है। भिक्खाटन करने के बाद उस स्थान के धम्म उपासकों एवं धम्म उपासिकाओं को धम्म देशना भी दी जाती है। धम्म देशना का मतलब है, तथागत गौतम बुद्ध के उपदेशों को बताना। तथागत गौतम बुद्ध ने चारिका के विषय में बताया था- बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय - चरथ भिक्खवे चारिकं, बहुजन हिताय बहुजन सुखाय, लोकानुकम्पाय अत्थाय हिताय देवमनुस्सानं,देसेथ भिक्खवे धम्मं आदिकल्याणं, मज्झ कल्याणं,परियोसोत कल्याणं, सात्थ सब्बं जनं ब्रह्मचरियं पकासेथ || अर्थात- भिक्खुओं, बहुजनों के हित के लिए, बहुजनों के सुख के लिए, विश्व के सभी प्राणियों पर अनुकम्पा करने के लिए, मानवता के कल्याण के लिए,चारिका कर धम्मोपदेश शुरू करो | यह धम्म प्रारंभ में, मध्य में, एवं अन्तमें सभी जगह कल्याणकारी हैं, ऐसे धम्म के मार्ग का लोगों में उपदेश करो | यानी धम्म चारिका में बहुजनों का हित, बहुजनों का शुख एवं बहुजनों का कल्याण समाहित है। विश्व शांति सन्देश पद यात्रा एवं धम्म चारिका में भारत देश की बहुजन समाज के सभी सामाजिक, धम्मिक एवं आर्थिक संगठन शामिल है। बहुजन समाज के सभी संगठनों के सहयोग से यह धम्म चारिका सफल होगी।